ताश का जोकर
और
अपनों की ठोकर ,
अक्सर बाजी घुमा देती है।
अपनी सहनशीलता को बढाइए ,
छोटी मोटी घटना से हताश मत होईये ...
जो चंदन घिस जाता है , वह भगवान के मस्तक पर लगाया जाता है ,
और
जो नही घिसता वह तो सिर्फ जलाने के काम ही आता है ...
और
अपनों की ठोकर ,
अक्सर बाजी घुमा देती है।
अपनी सहनशीलता को बढाइए ,
छोटी मोटी घटना से हताश मत होईये ...
जो चंदन घिस जाता है , वह भगवान के मस्तक पर लगाया जाता है ,
और
जो नही घिसता वह तो सिर्फ जलाने के काम ही आता है ...
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